सचिन तेंदुलकर जीवनी, बायोग्राफी, अचिवमेंट्स व अनमोल वचन, (Sachin Tendulkar Biography, records, awards)
सचिन तेंदुलकर शिक्षा एवं पारिवारिक जानकारी ( Education , Early Life , Birth and Family)
इनका जन्म मुंबई के दादर के निर्मल नर्सिंग होम में एक महाराष्ट्रियन ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके पिता एक मराठी नावेल लेखक थे और इनकी माँ एक बीमा कंपनी में काम करती थी। ये चार भाई बहन थे 3 भाई और 1 बहन , सचिन सबसे छोटे थे , इनके तीनो भाई बहन इनके पिता जी की पहली पत्नी के बच्चे थे।
सचिन तेंदुलकर की शिक्षा (Education) :
सचिन पढाई में ये मध्यम श्रेणी के छात्र थे। इनकी आरंभिक शिक्षा बांद्रा की इन्डियन एजुकेशन सोसाइटी की न्यू इंग्लिश स्कूल में हुई। फिर क्रिकेट के प्रति इनकी दिलचस्पी देख कर इनके क्रिकेट के प्रशिक्षक रमाकांत आचरेकर के कहने पर इन्हें मुंबई के दादर की शारदाश्रम विद्या मंदिर में दाखिला दिलवाया गया। उच्च शिक्षा के लिए ये मुंबई के खालसा कॉलेज गए फिर इन्होने अपनी पढाई को बीच में ही विराम दिया और क्रिकेट को ही अपना मुकाम बनाया।
सचिन तेंदुलकर की लाइफ और मेरिज लाइफ ( Love Life And Marriage ) :
सचिन तेंदुलकर की पत्नी का नाम अंजली तेंदुलकर है , अंजलि एक शिशु रोग विशेषज्ञ है और प्रसिद्ध उद्योगपति अशोक मेहता की बेटी है। सचिन का स्वाभाव कुछ शर्मीला सा है इसलिए इनकी प्रेम कहानी के बारे में इन्होने कुछ ज्यादा बातें कभी भी मीडिया के सामने नही की। इसकी पहली मुलाकात मुंबई एअरपोर्ट पर हुई और फिर दोबारा इनकी मुलाकात एक मित्र के यहाँ हुई, जो कि इन दोनों को जानता था, तब इन दोनो की बातचीत शुरू हुई। अंजली एक मेडिकल की छात्रा है इन्हें क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नही थी। ये नही जानती थी कि सचिन एक क्रिकेटर है। जब इनदोनो का मिलने जुलने का सिलसिला शुरू हुआ, तब अंजलि को क्रिकेट में रूचि जागने लगी। जब ये दोनों एक दुसरे से मिले तब अंजलि अपनी मेडिकल करियर में प्रेक्टिस कर रही थी और सचिन के क्रिकेट के सफ़र की शुरुआत हुई थी। सचिन ने अपनी एक पहचान बना ली थी और अब इन दोनों का मिलना इतना आसान नही था, क्योंकि ये जहाँ भी जाते थे सचिन के फेन इन्हें घेर लेते थे। एक बार जब इन दोनों ने कुछ दोस्तों के साथ ” रोजा ” मूवी जाने का सोचा, लेकिन सिनेमा हॉल में अपने फैन्स के डर से सचिन ने नकली दाड़ी मुछ लगा कर थिएटर में गए पर इनके फेन इन्हें पहचान गए और इन्हें घेर लिया और ऑटोग्राफ लेने लगे। अंजलि बताती है की जब सचिन इंटरनेशनल टूर पर होते थे, तब सचिन से बात करने के लिए और इंटरनेशनल फोन का बिल बचाने के लिए सचिन को लव लेटर लिखती थी। इनका रिश्ता 5 साल तक रहा उसके बाद इन्होने शादी करने का फैसला कर लिया , इनकी शादी चौबीस मई उन्निसो पिंचायान्वे में हुई। शादी के 2 साल बाद 12 अक्टूबर 1997 को इनके घर में बेटी का जन्म हुआ, जिसका नाम इन्होने सारा तेंदुलकर रखा। 2 साल बाद इनके घर में बेटे का जन्म हुआ जिसका नाम अर्जुन रखा गया और इनका परिवार पूरा हुआ। बच्चो के बाद अंजलि को अपना करियर बीच में ही रोकना पढ़ा उन्होंने सारा ध्यान अपने बच्चो की परवरिश में लगाया। इन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि अपने करियर को छोड़ने का इन्हें कोई दुःख नही है ये अपने पति और बच्चो को समय देना ज्यादा पसंद करती है , और इन्होने एक आदर्श माँ और पत्नी का फर्ज निभाया है और सफल वैवाहिक जीवन की स्थापना की है।
सचिन तेंदुलकर जीवन
नाम (Name) | सचिन रमेश तेंदुलकर |
निक नाम (Nick Name) | क्रिकेट के भगवान , लिटिल मास्टर , मास्टर ब्लास्टर |
कार्य (Profession) | बैट्समेन |
आयु (Age) ( 2018 ) | 45 वर्ष |
राशी (Zodiac Sign) | कुम्भ |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
होमटाउन (Home Town) | मुंबई , महाराष्ट्र , इंडिया |
स्कुल (School) | इंडियन एजुकेशनसोसाइटी , न्यू इंग्लिश स्कूल बांद्रा (पूर्व) , मुम्बई शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल दादर , मुंबई |
कॉलेज (College) | खालसा कॉलेज मुंबई |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
समाज (Cast) | ब्राह्मण |
पता (Address) | 19 – ए , पैरी क्रॉस रोड , बांद्रा (वेस्ट ) मुंबई |
हॉबी (Hobbies) | वाचेज , परफ्यूम , सीडी कलेक्ट करना , संगीत सुनना |
शिक्षा (Education Qualification) | ड्रॉपआउट |
मेरीटियल स्टेटस Marital status) | विवाहिक |
शादी की तारीख (Marriage date) | 24 मई 1995 |
बेटिंग स्टाइल (Batting Style) | राईट हैंडेड |
बोलिंग स्टाइल (Bowling Style) | राईट-आर्म लेग स्पिन , ऑफ स्पिन , मीडियम पेस |
सचिन तेंदुलकर पारिवारिक जानकारी संक्षिप्त में :
जन्म तारीख (DOB) | 24 अप्रैल 1973 |
जन्म स्थान (Birth Place) | मुंबई महाराष्ट्र |
माता (Mother) | रजनी तेदुलकर |
पिता (Father) | रमेश तेंदुलकर (मराठी नावेल लेखक) |
भाई (Brother) | अजित तेंदुलकर , नितिन तेंदुलकर |
बहन (Sister) | सविता तेंदुलकर |
पत्नी (wife) | अंजलि तेंदुलकर |
पुत्र (Son) | अर्जुन तेंदुलकर |
पुत्री (Doughter) | सारा तेंदुलकर |
सचिन का क्रिकेट की दुनिया में आगमन :
सचिन कहते है कि क्रिकेट उनका पहला प्यार है, वे इसे बहुत एन्जॉय करते है और इससे उन्हें एक नई उर्जा प्राप्त होती है। सचिन को बचपन से क्रिकेट खेलने का शौक था इनका मन पढाई में नही लगता था, ये सारा दिन अपनी बिल्डिंग के सामने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलते थे। शुरुआत में ये टेनिस बॉल से प्रेक्टिस करते थे, इनके बड़े भाई अजित तेंदुलकर ने इनका क्रिकेट के प्रति रुझान देखा और अपने पिताजी रमेश तेंदुलकर से चर्चा की। अजित ने कहा यदि हम सचिन को सही मार्गदर्शन करेंगे, तो यह क्रिकेट में कुछ अच्छा करने में सक्षम है। सचिन के पिताजी ने सचिन को बुलाया, तब वे केवल 12 वर्ष के थे और उन्होंने सचिन के मन की बात जानने की कोशिश की और उन्हें अपने भविष्य के बारे में फैसला लेने को कहा। सचिन का क्रिकेट के प्रति प्रेम देख कर उन्हें क्रिकेट का प्रशिक्षण के लिए दाखिला दिलवाया और फिर सीजन बॉल से इनकी प्रेक्टिस शुरू हुई। इनके पहले गुरु थे रमाकांत आचरेकर, रमाकांत सर ने इनके हुनर को देख इन्हें शारदाश्रम विद्यामंदिर हाई स्कूल में जाने के लिए कहा, क्योकि इस स्कूल की क्रिकेट टीम बहुत अच्छी है और यहाँ से कई अच्छे खिलाडी निकले है। आचरेकर सर इन्हें स्कूल के समय से अतिरिक्त सुबह और शाम को क्रिकेट की ट्रेनिंग देते थे। इनका कई टीमो में चयन हुआ।
लुक टेबल ( Look Table ):
सचिन क्रिकेट की दुनिया के चाहिते सितारे है और एक खिलाडी के लिए ये बहुत जरुरी होता है कि वह शारीरिक रूप से फिट हो. इनकी फिट बॉडी के बारे में कुछ जानकारी टेबल में दी गई है।
लंबाई (Height) | सेंटीमीटर मीटर में – 165 cm
मीटर में – 1.65 mफीट में – 5’ 5’’ |
वजन (Weight) | किलोग्राम में – 62 के जी
पौंड में – 137 आई बी एस |
शारीरिक बनावट (Figure) | 39-30 -12 |
आँखों का रंग (Eye color) | गहरा भूरा |
बालो का रंग (Hair Color) | काला |
सचिन तेंदुलकर का करियर ( Career ):
- सचिन का क्रिकेट करियर सभी मौजूदा और आने वालें खिलाडियों के लिए मार्गदर्शन है. इसके लिए उनके पिता , भाई और सबसे महत्वपूर्ण उनके कोच सर आचरेकर ने मुख्य भूमिका निभाई है। सचिन बहुत ही परिश्रमी है उन्होंने इस मुकाम को हासिल करने में अपनी जी जान लगा दी।
- सन 1988 में इन्होंने राज्य स्तरीय मैच में मुंबई टीम से खेल कर अपने करियर का पहला शतक बनाया। इस मैच में इनका प्रदर्शन देख कर इनका चयन नेशनल लेवल पर हो गया। 11 महीने के बाद इंडिया पाकिस्तान के मैच में पहली बार इन्होंने इंडिया की तरफ से क्रिकेट खेला।
- सचिन का फर्स्ट अंतरराष्ट्रीय मैच पाकिस्तान के साथ 16 वर्ष की उम्र में हुआ, तब इन्होने अपना जोरदार प्रदर्शन किया और इस मैच में इन्हें नाक पर चोट लगी और जोरदार खून निकलने लगा, लेकिन इन्होने हार नही मानी और अच्छा प्रदर्शन किया और पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों के छक्के छुड़ा दिए।
- 1990 में इन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच खेला, जो कि इंडिया और इंग्लैंड के बीच था। और यहाँ इन्होंने शतक बनाकर कम उम्र में शतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया।
- इनका प्रदर्शन से सभी मोहित थे, इसलिए इन्हें 1996 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया। 1998 में इन्होने कप्तानी छोड़ दी पर 1999 में ये दोबारा कप्तान बनाए गए , लेकिन इनकी कप्तानी टीम को रास नही आई और इन्होने 25 में से केवल 4 ही टेस्ट मैच में विजय प्राप्त की, इसलिए इन्होने कप्तान का पद त्याग दिया और दोबारा फिर कभी कप्तान नही बनने का फैसला लिया।
- सन 2001 में वनडे मैच में दस हजार रन बनाने वाले ये प्रथम क्रिकेटर बने. 2003 का समय इनका सुनहरा समय था इनके चाहने वाले बड़ते जा रहे थे। 2003 में सचिन 11 मैचो में 673 रन बनाए और टीम इंडिया को विजय के छोर तक ले गए और सभी के पसंदीदा खिलाडी बन गए।
- वर्ल्डकप के फाइनल में इंडिया और आस्ट्रेलिया के बीच मैच हुआ जिसमे इंडिया की हार हुई, परंतु यहाँ सचिन को मेन ऑफ़ द मैच का ख़िताब मिला।
- इसके बाद सचिन ने कई मैच में हिस्सा लिया और एक समय इन्होने बहुत बुरा समय भी देखा जब इनके उपर मैच हराने का आरोप लगने लगे, पर इन्होने किसी भी बात पर ध्यान ना देते हुए अपने खेल पर ध्यान दिया और आगे बड़ते गए और ऊचाईयो के शिखर को छू लिया।
- 2007 में इन्होने टेस्ट मैच में ग्यारह हजार रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद साल 2011 के वर्ल्ड कप में ये फिर अपनी पूरी ताकत के साथ सामने आए इन्होने दोहरा शतक मारा और सीरिज में 482 रन बनाए ।
- दो हजार ग्यारह के वर्ल्ड कप फाइनल में इंडिया की जीत हुई. सचिन ने बचपन से जो सपना देखा वह साकार हुआ ये उनकी वर्ल्ड कप में पहली जीत थी ।
- अपने करियर के सारे वर्ल्ड कप मिला कर ये 2000 रन और 6 शतक मारने वाले प्रथम क्रिकेटर बने . ये रिकॉर्ड अभी तक कोई क्रिकेटर नहीं बना पाया है।
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सचिन तेंदुलकर का टेस्ट मैच रिकार्ड्स (Test Match Record) :
इन्होंने ने टोटल 200 टेस्ट मैच खेले है। जिसमे 51 शतक और 68 अर्धशतक बनाई है इनके टेस्ट मैच के प्रदर्शन का ब्यौरा निचे सूचि में दिया है।
बेटिंग बोलिंग इनिंरन रिकॉर्डस 329 बेस्ट इनिंग्स 145 नॉट आउट 33 विकेट्स 46 फोर रन रिकॉर्ड 2058 इकोनोमिक रेट 3.53 सिक्स रन रिकॉर्ड 69 बाल्स 4240 सबसे ज्यादा रन 248 औसत 53 .79 स्कोरिंग रेट 54 . 08 अर्धशतक 68 शतक 51
सचिन ODI मैच रिकार्ड्स (Sachin ODI Match Record) :
इन्होने 463 वन डे मैच में अपना प्रदर्शन किया है और 49 शतक और 96 अर्धशतक बनाई है. इनकें वनडे मैच का रिकॉर्ड निचे टेबल में दिया गया है।
बेटिंग | बोलिंग | ||
इनिंरन रिकॉर्डस | 452 | बेस्ट इनिंग्स | 270 |
नॉट आउट | 41 | विकेट्स | 154 |
फोर रन रिकॉर्ड | 2016 | इकोनोमिक रेट | 5.1 |
सिक्स रन रिकॉर्ड | 195 | बाल्स | 6850 |
सबसे ज्यादा रन | 200 | ||
औसत | 44.83 | ||
स्कोरिंग रेट | 86.24 | ||
अर्धशतक | 96 | ||
शतक | 49 |
सचिन तेंदुलकर के आईपीएल मैच रिकार्ड्स (IPL Match Record) :
इन्होंने अपने करियर में आईपीएल के कुल 78 मैच खेले, जिसमे 295 चौके और 29 छक्के मारकर, एक शतक और 13 अर्धशतक बनाई।
बेटिंग | बोलिंग | ||
इनिंरन रिकॉर्डस | 78 | बेस्ट इनिंग्स | 4 |
नॉट आउट | 9 | विकेट्स | |
फोर रन रिकॉर्ड | 295 | इकोनोमिक रेट | 9.67 |
सिक्स रन रिकॉर्ड | 29 | बाल्स | 36 |
सबसे ज्यादा रन | 100 | ||
औसत | 33.83 | ||
स्कोरिंग रेट | 119.82 | ||
अर्धशतक | 13 | ||
शतक | 1 |
सचिन तेंदुलकर टी -20 मैच रिकार्ड्स (Sachin T-20 Match Record) :
इन्होंने केवल एक टी 20 मैच खेला है, इस मैच में इन्होंने 10 रन बनाए और 2 चौके मारे है. इनके टी 20 मैच के रिकॉर्ड की जानकारी निचे सूची में दी गई है।
बेटिंग | बोलिंग | ||
इनिंरन रिकॉर्डस | 1 | बेस्ट इनिंग्स | 1 |
नॉट आउट | विकेट्स | 1 | |
फोर रन रिकॉर्ड | 2 | इकोनोमिक रेट | 4.8 |
सिक्स रन रिकॉर्ड | बाल्स | 15 | |
सबसे ज्यादा रन | 10 | ||
औसत | 10 | ||
स्कोरिंग रेट | 83.33 | ||
अर्धशतक | |||
शतक |
सचिन तेंदुलकर इंटरनेशनल डेब्यू (International Debut of Sachin Tendulkar ) :
ओ डी आई (ODI) | 18 दिसम्बर 1989
इंडिया और पाकिस्तान गुजरांवाला |
टेस्ट (Test) | 15 नवम्बर 1989
इंडिया और पाकिस्तान कराची |
टी–20 (T–20) | 1 दिसम्बर 2006
इंडिया और साउथ अफ्रीका जोंसबर्ग |
अवार्ड्स और अचीवमेंट ( Awards And Achivment ) :
इन्हें क्रिकेट की दुनिया में भगवान का दर्जा दिया गया है इन्होने कई रिकॉर्ड तोड़े है और नए बनाए है कई बार सेंचुरी और डबल सेंचुरी बनाई है और कई बार मेन ऑफ द मैच का खिताब जीते है। कई मैच में इन्होने अपने प्रदर्शन से भारत देश की विजय का झंडा फेहराया है। इन्हें कई अवार्डस, मेडल और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया है भारत सरकार द्वारा भी इन्हें कई अवार्डो से पुरुस्कृत किया गया है. इन्हें प्राप्त कुछ महत्वपूर्ण अवार्ड्स निचे सूची में दिए गए है।
अवार्ड (Award) | सन (Year) |
सचिन ने जीता भारत रत्न | 2013 |
पद्मश्री | 1999 |
विसडन क्रिकेटर ऑफ़ द इयर | 1997 |
राजीवगांधी खेलरत्न अवार्ड | 1997 |
पद्म विभूषण | 2008 |
सर गरफील्ड सोबर्स ट्राफी | 2010 |
विसडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड | 2010 |
महाराष्ट्र भूषण अवार्ड | 2001 |
एल जी पीपल्स चॉइस अवार्ड | 2010 |
आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट इन स्पोर्ट्स | 2010 |
अर्जुन अवार्ड | 1994 |
आई सी सी ओ डी आई टीम ऑफ़ द इयर | 2010 , 2007 , 2004 |
कैस्ट्रोल इंडियन क्रिकेटर ऑफ़ द इयर | 2011 |
विसडन इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड | 2012 |
वर्ल्ड टेस्ट XI | 2011 , 2010 , 200 |
पीपल्स चॉइस अवार्ड | 2010 |
बी सी सी आई क्रिकेटर ऑफ़ द इयर | 2011 |
सचिन के बारे में कुछ बातें
- सचिन के पिताजी संगीत के शौकीन थे इसलिए सचिन का नाम उन्होंने, उस समय के प्रसिध्द संगीतकार के नाम पर रखा, लेकिन सचिन का शौक केवल क्रिकेट में था, परंतु सचिन की बेटी सारा की आवाज बहुत अच्छी है और वे बहुत ही मधुर संगीत गाती है।
- उन्होंने प्रसिद्धी हासिल करने के पहले का समय बांद्रा ईस्ट की साथिया सहवास को ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में व्यतीत किया।
- इन्हें बचपन में लॉग टेनिस का बहुत शौक था और जोन मकएनरोए को ये अपना आदर्श मानते है परंतु बाद में इन्होंने अपना करियर क्रिकेट में बनाया।
- सचिन के क्रिकेट के गुरु थे “ रमाकांत आचरेकर ” इन्होने सचिन के साथ बहुत मेहनत की उन्हें एक कामयाब क्रिकेटर बनाया। उन्होंने अपने करियर के पुराने दिन याद करते हुए एक इंटरव्यू में बताया था, की उनके यह कोच उनकी क्रिकेट प्रेक्टिस के दौरान विकेट पर सिक्का रखा करते थे. यदि कोई इन्हें आउट कर देता था तो यह सिक्का उस खिलाड़ी को मिलता था वरना यह सिक्का इनको स्वयं को मिल जाता था। इनके पास ऐसे तेरह सिक्के मौजूद है, जो इनके जीवन का अमूल्य पुरुस्कार है।
- शारदा श्रम स्कूल में विनोद कांबली सचिन घनिष्ठ मित्र थे , दोनों के क्रिकेट का सफ़र यही से शुरू हुआ था और इस बुलंदी तक पहुंचा।
- इन्होंने प्रेम विवाह किया, इन्हें पहली नजर में ही प्यार हो गया था, इनकी वाइफ उनसे उम्र में 6 साल बड़ी है।
- ये गणेश जी को अपना ईस्ट मानते है और वे हर साल अपने घर में गणपति स्थापना करते है और गणेश चतुर्थी के त्यौहार को वे साल का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार मानते है।
- क्रिकेट के आलावा इनका मुंबई के कोलाबा में एक रेस्टारेंट भी है जिसका नाम तेदुल्कर्स रेस्टोरेंट है।
- ये भारत की राज्यसभा के सदस्य भी है। ये पहले ऐसे खिलाडी है जिन्हें सबसे कम उम्र में “भारत रत्न” से नवाजा गया है।
- ये द्विहस्ती है अर्थात ये अपने दाहिने हाथ से बेट और बॉल का इस्तमाल करते है और अपने बाहिने हाथ से लिखने का कार्य करते है।
- 2003 में इन्होने एक फिल्म में मेहमान भूमिका निभाई थी इस फिल्म का नाम “स्टम्प मेन” था। 2008 में लंदन के मेडम तुस्सांड्स के संग्रहालय में इनका वेक्स का पुतला बनया गया।
- सचिन बहुत ही दयालु है वे आनाथालय और मुंबई में चल रहे एनजीओ में प्रत्येक वर्ष 200 जरुरत मंद बच्चो की मदद करते है।
- सचिन को स्मोकिंग करने की आदत नहीं है पर वे कभी कभी अल्कोहल का सेवन कर लेते है।
- 2005–2006 में सचिन के कंधे और एल्बो में तकलीफ थी, उन्हें इतना दर्द था की वे दर्द से नींद में से जाग जाया करते थे, उन्हें कई दवाइयाँ लेनी पढ़ी . लेकिन फिर भी उन्होंने अपना खेल जारी रखा दर्द से उनसे खेलने की तरकीब में थोडा परिवर्तन तो आया, लेकिन उन्होंने फिर भी बेहतर प्रदर्शन किया और क्रिकेट के इतिहास में 39 सेंचुरी बनाई और 4 डबल सेंचुरी बनाई और 89 अर्द्ध शतक लगाईं।
- ये सुनील गावस्कर के बहुत बड़े फेन है वे उन्हें अपना आदर्श मानते है . इंडिया और पाकिस्तान के पहले टेस्ट मैच में सुनील गावस्कर ने उन्हें पेड गिफ्ट किए जो उन्होंने मैच के दौरान पहने थे।
- सचिन के जीवन पर आधारित एक फिल्म का निर्माण भी किया गया है इस फिम्ल का नाम है “ ए बिलीअन्स ड्रीम ” इस फिल्म के डायरेक्टर रिदम ट्रेक्टर है. इस मूवी में मुख्य भूमिका सचिन तेंदुलकर ने निभाई है।
- सचिन के जीवन पर आधारित कई किताबे लिखी गई है।
सचिन का क्रिकेट से संन्यास :
इस महान खिलाड़ी ने आज तक जो कीर्तिमान हासिल किया है क्रिकेट की दुनिया में इसे कोई नही छू पाया है। जब सचिन ने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला लिया, तो इनके चाहने वालो को बहुत बड़ा आहात लगा, इनके इस निर्णय का विरोध भी किया गया, लेकिन दिसंबर 2012 में इन्होने वनडे मैच से सन्यास लेने का फैसला लिया। जनवरी 2013 में इन्होंने क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया, जब मीडिया द्वारा ये बात दूर दूर फैली तो इनके इस फैसले से कई लोगो के दिल टूट गए और उन्हें इस फैसले से अपने पैर पीछे लेने की गुहार लगाई गई। लेकिन सचिन अपनी इस बात पर अटल रहे। इन्होने अपने पूरे करियर में।